उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने एक ऐसा खुलासा किया है जिसे सुनकर और देखकर कहा जा सकता है कि या तो अपराध करने वालों की जेब लॉक डाउन में खाली हो चली थी या फिर उनका क्राइम की दुनिया मे पहला कदम था। जिसे वह ईजी टारगेट समझकर अंजाम देना चाहते थे। लेकिन पुलिस की जागरूकता ने उनके हौसलों को कुछ ही समय मे निस्ताबूत कर दिया और सभी की गिरफ्तारी करने में सफलता प्राप्त कर ली।
अधिक जानकारी के अनुसार हम जिस पुलिस खुलासे की बात कर रहें हैं वह अनुराग द्विवेदी अपहरण कांड की आपराधिक वारदात की दांस्ता है। जिसे बीते सोमवार की शाम गोविंदनगर थाना क्षेत्र के रतनलाल नगर से अंजाम दिया गया था। अनुराग द्विवेदी एक प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी के डायरेक्टर थे और अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। तभी बोलेरो सवार चार अज्ञात लोग उनके ऑफिस में आतें हैं और उनको जबरन अपने साथ ले जातें हैं। जिसकी सूचना अपहरण के रूप में पुलिस को दी जाती है।
#कानपुर :- 24 घण्टे में अपहरण का खुलासा, @kanpursouthpol ने किया खुलासा,एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी। pic.twitter.com/xfqXy42GD9
— India19 News (@India19News) June 23, 2020
वहीं पुलिस भी वारदात को सुन हरकत में आकर अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट जाती है। जिसमें कुछ ही समय बाद सफलता भी प्राप्त हो जाती है और चारों अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया जाता है। जिनका खुलासा करते हुए एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अपहरणकर्ताओं ने ईजी टारगेट के तहत इस वारदात को अंजाम दिया था। जिनका अभी तक कोई भी आपराधिक रिकार्ड नही है। इसलिए अपहरणकर्ताओं ने वारदात को अंजाम देते हुए 15 लाख की फिरौती तो ले ली थी लेकिन फरार होने में नाकामयाब रहे। एसपी के मुताबिक अनुराग द्विवेदी को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है साथ ही उनके ऑफिस से उठाए गए कीमती सामान को भी बरामद कर लिया गया है।