{उपेन्द्र की रिपोर्ट}
कानपुर में कोरोनावायरस संक्रमण काल की वजह से नगर निगम का सदन सत्र मोतीझील के खुले मैदान में कराया गया,वहीं नगर निगम का सदन सत्र महज 9 मिनट तक ही चला। इस दौरान कोरोना संक्रमण से मृत्य लोगों को श्रद्धांजलि दी गई,साथ ही कार्यकारिणी के जीते हुए छह सदस्यों के नामों का ऐलान कर सदन को खत्म कर दिया गया। वही सदन के दौरान सभी पार्षदों ने मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन किया,लेकिन जैसे ही सदन का सत्र खत्म हुआ पार्षदों में फोटो सेशन के लिए होड़ मच गई,जिसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ गई।
कोरोना काल के बीच हुए नगर निगम के इस पत्र में कानपुर के पार्षदों ने पेयजल की समस्या को महापौर के सामने उठाया,वहीं फरवरी में हुए सदन के सभी छह कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव हुआ था,लेकिन भाजपा पार्षद की आपत्ति के बाद जीते हुए सदस्यों का एलान नहीं हो पाया था। इसी वजह से आज महापौर प्रमिला पांडेय ने कोरोना कॉल के बीच ही सदन को बुलाया,वहीं सुबह से ही बादलों की वजह से खुले मैदान में हुए सदन में पार्षदों को भीषण गर्मी और धूप सहन नहीं करनी पड़ी।
खुले मैदान में हुआ नगर निगम का सत्र महज 9 मिनट में ही खत्म हो गया,वंदे मातरम के साथ सदन की शुरुआत हुई जिसके बाद कोरोना की वजह से जिनकी मौत हुई उनके लिए 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई,वही सारी औपचारिकताओं के बाद राष्ट्रगान के साथ ही सदन की समाप्ति की घोषणा की गई।
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आपको बताते चलें कि खुले मैदान में हुए सदन में 110 निर्वाचित और सतना में पार्षदों में केवल 66 पार्षद ही सदन सत्र में मौजूद रहे,वही कार्यकारिणी चुनाव में जीते हुए भाजपा के गिरीश चंद्रा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसकी वजह से वह सदन मैं नहीं आ सके 9 मिनट का यह सदन नामित पार्षदों का पहला सदन था। सभी नामित पार्षदों के लिए यह मौका ऐतिहासिक इसलिए भी था, क्योंकि कानपुर नगर निगम का यह पहला सदन था,जो खुले मैदान में हुआ।
वही फोटो सेशन में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा कर रख दी सदन समाप्त होते ही मोबाइल में फोटो खिंचवाने के उत्साह में कई पार्षद अनुशासन भूल गए,वही सदन समाप्त होने के बाद कई पार्षदों ने पेयजल समस्या का मुद्दा भी उठाया।