कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिकरु गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया,जब देर रात शातिर बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी,चौबेपुर का कुख्यात अपराधी विकास दुबे व उसके अन्य अपराधी साथियों ने मिलकर पुलिस टीम पर फायरिंग झोंक दी। जिसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए वहीं 20 से भी ज्यादा पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस की इस मुठभेड़ में दो बदमाश भी मारे गए हैं,लेकिन फिलहाल पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में लगभग सवा सौ राउंड फायर हुआ,जिसमें पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए, आपको बताते चलें कि 2002 में राजनाथ सिंह की सरकार में श्रम राज्य मंत्री संतोष शुक्ला कि थाने में घुसकर हत्या करने वाला अपराधी विकास दुबे कुछ ही दिन पहले जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था,वही अपराधी पर 307 का नया मामला दर्ज होने के बाद पुलिस दबिश देने गई,जिसमें पुलिस की टीम ने पाया कि अपराधियों ने बीच रास्ते ही जेसीबी मशीन को खड़ा कर दिया था,ताकि पुलिस की गाड़ी आगे ना आ पाए,इसके बाद पुलिस की टीम पैदल ही उतर कर आगे जाने लगी दो चार कदम चलते ही हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे उसके गुर्गों की तरफ से अंधाधुन फायर झोंक दिए गए,जिसमें सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा,नजदीकी दो थानों के इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए,साथ ही घायल हुए पुलिसकर्मियों को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जनपद कानपुर में 'कर्तव्य पथ' पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि।
शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उ.प्र. उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 3, 2020
वही विशेष सूत्रों से यह भी पता लगा है कि पुलिस की मुठभेड़ में बदमाश अतुल दुबे और प्रेम प्रकाश पांडे मारे गए हैं,वही लोगों का कहना है कि अतुल विकास का खास रिश्तेदार व प्रेम प्रकाश विकास दुबे के मामा लगते थे,भोर में हुई घटना के बाद मौके पर उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जय नारायण सिंह,आईजी मोहित अग्रवाल, एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु समेत तमाम पुलिस अधिकारी पहुंचे!

वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देवी इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया है और जल्द से जल्द अपराधियों को सजा देने की बात भी कही है,वही उत्तर प्रदेश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ से जांच शुरू करा दी है।