कोरोना काल शुरू होने के बाद से ही प्रदेश प्रशासन व जिला प्रशाशन ने प्राइवेट अस्पतालों को अपने काबू में रखने की कोशिश की थी लेकिन कोरोना का ग्राफ पूरे देश मे तेज़ी से बढ़ता गया और प्रशासन निजी अस्पतालों को अपने काबू में नही रखा पाया जिसके बाद यह साफ देखा जा सकता है कि देशभर में कोरोना व अन्य बीमारियों के नाम पर निजी अस्पताल स्वास्थ्य माफिया बनने का काम कर रहे हैं,इसी लाइन में कानपुर के बहुचर्चित रिजेंन्सी अस्पताल एक बार फिर से सुर्खियों में है।
बता दें कि कानपुर में निजी अस्पतालों का कोरोना मरीजों से ठगी का सिलसिला लगातार जारी है,इसी क्रम में कानपुर के बहुचर्चित रीजेंसी अस्पताल का एक नया मामला सामने आया है,जिसमें पेशेंट से 25 दिनों में 14 लाख 50 हज़ार का बिल बना कर वसूलने की बात सामने आई है। बता दें कि कोरोना मरीजों से उगाही और वसूली के मामले में कानपुर में रीजेंसी अस्पताल टॉप लिस्ट में है।
पिछले 1 महीने में रीजेंसी अस्पताल का यह तीसरा मामला है,जिसमें परिजन अस्पताल के बाहर हंगामा काट रहे हैं,ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि जिला प्रशासन पीड़ित परिजनों की कैसे मदद करता है और ऐसे स्वास्थ्य माफियाओं के ऊपर प्रशासन का चाबुक आखिर कब चलेगा?