देश भर की मीडिया और सोशल मीडिया पर हेड लाइन बना हुआ कानपुर का राजकीय बालिका गृह सुर्खियों में बना रहा,बड़े बड़े नेताओं ने भी इसको लेकर सरकार को घेर लिया और सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी कर दी,लेकिन किसी ने भी इसकी सच्चाई जानने की कोशिश नही की। सोशल मीडिया पर अफवाहों के बाजार गर्म होने के बाद कानपुर के डीएम व मण्डलायुक्त ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर इस मामले की पूरी गुत्थी बताई।
कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह से आई ख़बर से उप्र में आक्रोश फैल गया है. कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का गंभीर खुलासा हुआ है. इनमें 57 कोरोना से व एक एड्स से भी ग्रसित पाई गयी है, इनका तत्काल इलाज हो.
सरकार शारीरिक शोषण करनेवालों के ख़िलाफ़ तुरंत जाँच बैठाए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2020
आपको बता दें कि शहर के संवासिनी राजकीय बालिका गृह में कुल 57 बालिकाएं कोरोना संक्रमित निकली जिसमे 7 बालिकाओं की गर्भवती होने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई,जिसके बाद कानपुर की सचिव प्रियंका गांधी से लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले को लेकर सरकार का घिराव शुरू किया,लेकिन पूरे मामले की सच्चाई से सभी अनजान बने रहे और सोशल मीडिया पर बिना मामले को जाने अफवाह भरी खबर को फैलाते रहे।
कुछ लोगों द्वारा कानपुर संवासिनी गृह को लेकर ग़लत उद्देश्य से पूर्णतया असत्य सूचना फैलाई गई है।आपदाकाल में ऐसा कृत्य संवेदनहीनता का उदाहरण है। कृपया किसी भी भ्रामक सूचना को जाँचें बिना पोस्ट ना करें। ज़िला प्रशासन इस संबंध में आव़श्यक कार्रवाई हेतु लगातार तथ्य एकत्र कर रहा है।
— DM Kanpur Nagar (@DMKanpur) June 21, 2020
बताते चलें कि कानपुर के मंडलायुक्त डॉ सुधीर एम बोबडे व डीएम कानपुर डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया को शहर के राजकीय बालिका गृह में कुल 57 बालिकाएं कोरोना संक्रमित हैं जिसमे 7 गर्भवती हैं और कोरोना संक्रमित के साथ एक बालिका एड्स से पीड़ित है लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बालिकाओं पर पोस्को एक्ट के तहत जांच चल रही है और सभी पहले से गर्भवती हैं,इसलिए बालिकाओं को कानपुर के बालिका गृह में लाया गया था।
संवासिनी गृह व वहां रह रही संवासनी के संबंध में वायरल भ्रामक समाचार के संबंध में मंडलायुक्त डॉ सुधीर एम बोबडे के निर्देश पर एक महत्वपूर्ण वीडियो संदेश दिया गया। pic.twitter.com/xLi4lFZRBI
— DM Kanpur Nagar (@DMKanpur) June 21, 2020
वहीं भ्रामक सूचना को बिना जांचे पोस्ट करने वालों पर कार्यवाही हेतु जिला प्रशासन लगातार तथ्य एकत्रित कर रहा है।