कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बर्रा-5 में हुई लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्या का मामला जैसे ही सामने आया,उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई इस घटना को लेकर प्रदेश भर में विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए,साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली को भी कटघरे में रखा,गौरतलब है कि 26 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण किया गया था,जिसके बाद इस मामले की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी।
बताते चलें कि जब अपहरणकर्ताओं ने परिजनों से 30 लाख रुपये की मांग की तो पुलिस ने भी फिरौती की रकम देने के लिए कहा,यह सभी आरोप परिजनों ने पुलिस पर लगाए हैं,लेकिन कल रात जब इस मामले का खुलासा हुआ, तो हर कोई हक्का-बक्का रह गया,अपहरणकर्ताओं ने संजीव यादव को अपहरण के 5 दिन बाद ही मार कर शव को पांडु नदी में फेंक दिया था। जिसके बाद और शव की तलाश कराई जा रही है।
वही पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी पूरे मामले से काफी नाराज हैं,जिसके बाद कानपुर दक्षिण की एसपी अपर्णा गुप्ता,तत्कालीन सीओ गोविंद नगर मनोज गुप्ता वह बर्रा थाना अध्यक्ष के साथ-साथ चौकी इंचार्ज को भी निलंबित कर दिया है,आपको बता दें कि प्रदेश भर में हो रही आपराधिक घटनाओं की वजह से सीएम योगी पुलिस की कार्यप्रणाली से खासा नाराज हैं,जिसके बाद आज कानपुर एसएसपी ने कानपुर दक्षिण के एसपी अपर्णा गुप्ता के साथ तत्कालीन सीओ गोविंद नगर मनोज गुप्ता को निलंबित कर दिया।